Kya Hai Savera Program , Start In Haryana For Early Detection Of Breast Cancer 2024

Kya Hai Savera Program

Kya Hai Savera Program : चण्डीगढ़, 25 फरवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज गुरुग्राम में महिलाओं में बढ़ रहे स्तन कैंसर की शीघ्र जांच और पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से मेदांता फाउंडेशन द्वारा शुरू किए जा रहे ‘सवेरा’ कार्यक्रम की शुरुआत की।

Kya Hai Savera Program ?

मुख्यमंत्री ने बताया कि यह अद्भुत कार्यक्रम ( Savera Program) देश में पहली बार शुरू हो रहा है और इस कार्यक्रम के तहत महिलाओं में स्तन कैंसर का शुरूआती स्तर पर ही पता लगाया जाएगा।

इसके अलावा, उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम की सफलता के उपरांत इसे राज्य के अन्य जिलों में भी विस्तारित किया जाएगा।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से मेदांता फाउंडेशन द्वारा सवेरा कार्यक्रम की अनूठी शुरुआत की गई है। इस कार्यक्रम को पहले चरण में गुरुग्राम के सेक्टर-10 के सिविल अस्पताल, सेक्टर-31 के पॉलीक्लिनिक और वजीराबाद के प्राथमिक सामुदायिक केंद्र में संचालित किया जाएगा।

इस कार्यक्रम/अभियान के विस्तार के लिए जल्द ही स्वास्थ्य विभाग और मेदाता फाउंडेशन के बीच एक समझौता भी होगा।

‘स्तन कैंसर की जांच के लिए नेत्रहीन महिलाओं की सहायता ली जाएगी

श्री मनोहर लाल ने कहा कि कैंसर एक ऐसा रोग है जिसकी पहचान (डायग्नोस) देर से होती है जिसके अंतर्गत कभी स्टेज-2, स्टेज-3 और कभी-कभी स्टेज-4 तक कैंसर की पहचान की होती है और यह शरीर के अलग-अलग हिस्सों में अपना प्रभाव डालता है।

इसी प्रकार, स्तन कैंसर भी उनमें से एक कैंसर है जोकि ज्यादातर शहरों में रहने वाली महिलाओं में पनपता है। उन्होंने कहा कि देशभर में लगभग 90 हजार महिलाएं स्तन कैंसर के कारण प्रतिवर्ष अपनी जान गंवा देती हैं।

लेकिन आज यहां शुरू किए गए ‘सवेरा’ कार्यक्रम के अंतर्गत स्तन कैंसर की जांच के लिए नेत्रहीन महिलाओं / बहनों की सहायता ली जाएगी, जोकि बहुत ही सराहनीय है।

दिव्यांग बहनें स्पर्श इंद्रियों की मदद से स्तन कैंसर का परीक्षण करेगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि बेशक ‘सवेरा’ कार्यक्रम को संचालित करने में नेत्रहीन /दिव्यांग बहनों की मदद ली जा रही है जिनमें कुछ न्यूनता है परतु इसके साथ-साथ इन दिव्यांग बहनों में कुछ अद्भुत गुण भी होते हैं जिसके तहत ये बहनें अपनी अत्याधिक विकसित स्पर्श इंद्रियों की मदद से स्तन कैंसर का परीक्षण करेगी।

उन्होंने उपस्थित लोगों को इस संबंध में उदाहरण देते हुए कहा कि फरीदाबाद के गांव सिहीं में जन्में सूरदास भले ही दृष्टिहीन थे परतु वे बहुत ही बड़े कवि हुए और उन्होंने समाज को दर्शन देने का काम किया तथा दिव्यांगता उनके कभी भी आड़े नहीं आई।

दृष्टिबाधित व्यक्तियों में नैसर्गिक स्पर्श संवेदनशीलता क्षमता होती है

श्री मनोहर लाल ने कहा कि दृष्टिबाधित व्यक्तियों में नैसर्गिक स्पर्श संवेदनशीलता क्षमता होती है। इस क्षमता के महत्व को मेडिकल जगत से जुड़े लोगों ने समझा, परखा और उसका उपयोग भी किया है।

जैसा कि उन्हें बताया गया कि आधा सेंटीमीटर तक दृष्टिबाधित बहनें स्तन कैंसर के बारे में पहचान कर सकती है जबकि सामान्य डॉक्टर भी एक सेंटीमीटर तक इसकी पहचान परीक्षण के बाद कर सकता है।

इन बहनों में स्पर्श की संवेदनशीलता की क्षमता बहुत ही अधिक है।

सरकार ने भी कैंसर के उपचार के लिए स्थापित किए संस्थान

मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा कैंसर की रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कदमों के अंतर्गत जानकारी साझा करते हुए बताया कि जिला झज्जर में नेशनल कैंसर संस्थान- एम्स को स्थापित किया गया है जिसमें 1000 बिस्तर है।

इसी प्रकार, उन्होंने बताया कि अंबाला जिला में कैंसर के मरीजों के उपचार के लिए अटल कैंसर केयर सेंटर स्थापित किया गया है और पीजीआईएमएम, रोहतक में कैंसर का उपचार किया जाता है तथा इस पर शोध भी किया जा रहा है।

किस ट्रेन को कैंसर ट्रेन का नाम दिया गया है

कैंसर की उत्पति के सबंध में उन्होंने कहा कि कई बार कैंसर की उत्पति हमारे खानपान की कमी, भूमि के कैमिकलयुक्त जल के कारण और खेती में प्रयोग होने वाले उर्वरकों के कारण भी होती है।

उन्होंने बताया कि बठिंडा से बीकानेर के बीच चलने वाले एक रेलगाड़ी को तो कैंसर ट्रेन का नाम दिया गया है। इसलिए हमें अपने खानपान को ठीक रखना चाहिए, स्वच्छ जल का प्रयोग और प्राकृतिक खेती को अपनाना चाहिए।

हालांकि वर्तमान राज्य सरकार प्राकृतिक खेती और स्वच्छ जल मुहैया करवाने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है। उन्होंने कैंसर रोग से जुड़े हुए विशेषज्ञों का आह्वान करते हुए कहा कि कैंसर की रोकथाम के लिए हरियाणा सरकार हमेशा उनके द्वारा दिए गए सुझावों और सहयोग के लिए तैयार रहेगी।

सवेरा प्रोग्राम स्तन कैंसर से पीड़ित महिलाओं के लिए होगा लाभप्रद

इससे पहले, मेदांता के ग्रुप सी.ई.ओ एवं डायरेक्टर, श्री पंकज साहनी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने नारी शक्ति को आगे बढ़ाने का काम किया और इसी कड़ी में हम भी मुख्यमंत्री जी की दिशा अनुसार आगे बढ़ रहे है।

उन्होंने बताया कि “स्तन कैंसर के अधिकतर मामले विकसित चरण में सामने आते है। इसकी बढ़ती संख्या के कारण समय पर पहचान, निदान और इलाज अत्यधिक आवश्यक है।

Kya Hai Savera Program

हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने मरीजों को खुद के स्वास्थ्य की देखभाल करने में समर्थ बनाएं। इसके लिए हम मेदांता में निरंतर नए तरीके अपनाते हैं। सवेरा अभियान इसी दिशा में उठाया गया कदम है।

उन्होंने बताया कि भारत में छह साल पहले टेक्टाईल ब्रेस्ट एग्जामिनेशन’ (टी.बी.ई.) पद्धति शुरू होने के बाद दृष्टिबाधित महिलाओं को एन.ए. बी. इंडिया सेंटर फॉर ब्लाइंड वीमेन एंड डिसेबिलिटी स्टडीज़ में स्तन रोगों और उनके परीक्षण का सैद्धांतिक प्रशिक्षण दिया गया.

जिसके बाद उन्हें मेदांता गुरुग्राम के ब्रेस्ट क्लिनिक में डॉ. कंचन कौर के मार्गदर्शन में तीन महीने तक क्लिनिकल इंटर्नशिप प्रदान की गई।

चिरायु- निरोगी योजना किस राज्य में लागू है ?

गुरुग्राम के सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत एक नई अलख जगाने का काम किया है।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने चिरायु- निरोगी योजना राज्य में लागू की है। उन्होंने बताया कि ‘सवेरा’ कार्यक्रम के तहत 6 नेत्रहीन बहनें इस कार्यक्रम में शुरुआत करेंगी।

इससे पहले, श्री अजय मल्होत्रा, स्तन कैंसर विशेषज्ञ डॉ कंचन कौर, डॉ नेहा सूरी इत्यादि ने भी सवेरा कार्यक्रम के बारे में जानकारी सांझा की और कार्यक्रम के संबंध में एक प्रस्तुति भी दी।

इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री आलोक मित्तल, गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त श्री विकास अरोड़ा, गुरुग्राम के उपायुक्त श्री निशांत यादव सहित जिला प्रशासन और मेदांता संस्थान के वरिष्ठ अधिकारी और पदाधिकारी के साथ साथ मेडिकल वर्ल्ड के दिग्गज भी उपस्थित थे।

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